घर में लगाएं यह लिथियम सोलर बैटरी, 15 साल तक भूल जाएं बिजली की चिंता! 

बिजली की खपत और बढ़ती महंगाई के इस दौर में हर कोई चाहता है कि उनके घर की बिजली व्यवस्था बिना रुकावट और किफायती हो। ऐसे में सोलर एनर्जी एक बेहतरीन विकल्प साबित हो रहा है और इसके साथ जुड़ी सबसे अहम चीज़ है बैटरी। बैटरी का चुनाव सही होना बहुत ज़रूरी है ताकि आपके घर की बिजली व्यवस्था बिना किसी दिक्कत के चलती रहे। आजकल मार्केट में लिथियम सोलर बैटरी का खूब नाम है। तो चलिए, जानते हैं क्यों लिथियम सोलर बैटरी को लगाना सही है और कैसे यह आपकी जिंदगी को आसान बना सकती है।

lithium solar battery review

अब तक बैटरी में क्या दिक्कतें थीं? 🤔

बैटरीज़ हमेशा से ही सोलर एनर्जी सिस्टम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही हैं, लेकिन उनकी कुछ सीमाएँ भी रही हैं। पहले जो लेड-एसिड बैटरी इस्तेमाल होती थी, उसमें बहुत सारी समस्याएँ थीं:

  1. यह बैटरी बहुत भारी होती थीं।
  2. इनकी लाइफ बहुत कम लगभग 3 से 5 साल होती थी, ।
  3. बार-बार मेंटेनेंस की जरूरत पड़ती थी, जैसे पानी डालना।
  4. ज्यादा चार्ज होने पर इनसे गैस निकलने की संभावना भी रहती थी, जिससे सेफ्टी का खतरा रहता था।

इन्हीं सब कारणों से लोग अब बेहतर विकल्प ढूंढ रहे थे और फिर आई लिथियम सोलर बैटरी!

लिथियम सोलर बैटरी अन्य सोलर बैटरियों से कैसे अलग है?

लिथियम सोलर बैटरी आजकल सबसे बेहतर मानी जा रही है, क्योंकि यह पुराने प्रकार की बैटरियों से कई मायनों में अलग है:

  1. लंबी उम्र: लिथियम बैटरीज़ की लाइफ 10 से 15 साल तक होती है, जबकि सामान्य लेड-एसिड बैटरियों की सिर्फ 3 से 5 साल होती है।
  2. हाई एफिशियंसी: यह बैटरी कम चार्ज पर भी ज्यादा पावर देती हैं और जल्दी चार्ज हो जाती हैं।
  3. लाइटवेट: लिथियम बैटरी काफी हल्की होती है, जिससे इन्हें कहीं भी आसानी से फिट किया जा सकता है।
  4. लो मेंटेनेंस: इन्हें मेंटेनेंस की ज्यादा जरूरत नहीं होती, यानी एक बार लगने के बाद आप इसे भूल ही सकते हैं।
  5. बेस्ट सेफ्टी फीचर्स: इनमें ओवरचार्जिंग सेफ्टी होती है, जिससे आपका घर सुरक्षित रहता है।

लिथियम बैटरी इतनी लंबी कैसे चलती हैं? 

लिथियम सोलर बैटरियों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये बेहद लंबे समय तक चलती हैं। इसकी वजह है इसकी केमिकल स्ट्रक्चर और आंतरिक डिजाइन। लिथियम आयन बैटरियों में खास तरह के इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं, जो एनर्जी को ज्यादा एफिशियंसी के साथ स्टोर कर सकते हैं। इसके अलावा, इनका डिस्चार्ज रेट भी बहुत कम होता है, यानी यह एनर्जी को ज्यादा समय तक स्टोर कर सकती हैं। इसके साथ ही, लिथियम बैटरियों में मेमोरी इफ़ेक्ट नहीं होता, जिससे बैटरी की लाइफ और लंबी हो जाती है।

लिथियम बैटरी की कीमतें

अब बात करते हैं लिथियम सोलर बैटरी की कीमत की। कीमत अलग-अलग वोल्टेज और कैपेसिटी पर निर्भर करती है। नीचे एक टेबल दी गई है जिससे आप देख सकते हैं कि कौन सी बैटरी आपके लिए सही है:

वोल्टेजकैपेसिटी (Ah)कीमत (INR)
12V100Ah₹30,000 – ₹40,000
24V200Ah₹60,000 – ₹80,000
48V300Ah₹1,20,000 – ₹1,50,000

क्या मोबाइल की बैटरी भी लिथियम बैटरी होती है? 

जी हां, मोबाइल और लैपटॉप की बैटरियों में भी लिथियम का इस्तेमाल होता है। आपने देखा होगा कि आपके मोबाइल की बैटरी काफी हल्की और लंबे समय तक चलती है। यही वजह है कि लिथियम बैटरियों का इस्तेमाल न सिर्फ बड़े सोलर सिस्टम में, बल्कि छोटे डिवाइसेस में भी हो रहा है।

लिथियम बैटरी महँगी क्यों होती है? 

लिथियम बैटरियों की कीमत सामान्य बैटरियों से ज्यादा होती है, लेकिन इसके पीछे कुछ कारण हैं:

  1. मटेरियल की कमी: लिथियम एक दुर्लभ मटेरियल है और इसे एक्सट्रैक्ट करना महंगा पड़ता है।
  2. टेक्नोलॉजी: लिथियम बैटरियों की मैन्युफैक्चरिंग में एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है, जो इन्हें ज्यादा एफिशियंट और लंबे समय तक चलने वाला बनाता है।
  3. डिमांड में बढ़ोतरी: जैसे-जैसे सोलर और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की डिमांड बढ़ रही है, वैसे-वैसे लिथियम बैटरियों की कीमत भी बढ़ रही है।

सबसे ज्यादा लिथियम किस देश में पाया जाता है? 

लिथियम के प्रमुख उत्पादन वाले देशों में चिली, अर्जेंटीना और ऑस्ट्रेलिया का नाम सबसे ऊपर आता है। ये देश दुनिया की सबसे बड़ी लिथियम सप्लायर हैं और यहीं से अधिकतर लिथियम मटेरियल दूसरे देशों में एक्सपोर्ट किया जाता है।

ओवरआल लिथियम सोलर बैटरी लगाकर आप न सिर्फ अपने घर की बिजली समस्या से छुटकारा पा सकते हैं, बल्कि लंबे समय तक बिना किसी टेंशन के बिजली का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इनकी एफिशियंसी, लंबी लाइफ और कम मेंटेनेंस इन्हें एक परफेक्ट चॉइस बनाती है।

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