Airtel का बड़ा दांव:राजस्थान में 50 MW विंड-सोलर हाइब्रिड प्रोजेक्ट से बदलेगी तस्वीर, जानें पूरी डिटेल्स

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भारत की प्रमुख टेलीकॉम कंपनी Bharti Airtel ने एक नया कदम उठाया है, जो उसकी ग्रीन एनर्जी की दिशा में बढ़ती प्रतिबद्धता को दिखाता है। Airtel ने Amp Energy के एक स्पेशल परपज व्हीकल (SPV) में 26% हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की है। यह SPV राजस्थान के बाड़मेर में 50 मेगावाट का विंड-सोलर हाइब्रिड प्रोजेक्ट तैयार करेगा।

Airtel 50 MW solar Project in Rajasthan

कैसे काम करेगा यह प्रोजेक्ट? 

यह प्रोजेक्ट 220 KV ग्रिड से जुड़ेगा और इंटरस्टेट ट्रांसमिशन नेटवर्क्स के ज़रिए पूरे भारत में हरित ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) प्रदान करेगा। Airtel इस प्रोजेक्ट से पावर को कैप्टिव मोड में खरीदेगा, यानी यह एनर्जी Airtel के ऑपरेशन्स में उपयोग की जाएगी।

Airtel इस प्रोजेक्ट में ₹37.89 करोड़ का कैश इन्वेस्टमेंट करेगी और इसके शेयर ₹10 प्रति शेयर के हिसाब से खरीदे जाएंगे। हालांकि, इस प्रोजेक्ट की शुरुआत से पहले कुछ ज़रूरी मंजूरी, जैसे कि ग्रिड कनेक्टिविटी और ओपन एक्सेस, को पूरा करना होगा।

Airtel की Net-Zero Carbon की दिशा में कोशिश 

Airtel का यह कदम उसकी 2050 तक नेट-ज़ीरो कार्बन एमिशन के लक्ष्य को प्राप्त करने की योजना का हिस्सा है। कंपनी ने पिछले कुछ सालों में रिन्यूएबल एनर्जी पर काफी ध्यान दिया है।

  • 58% से ज्यादा Airtel के नेटवर्क साइट्स आज ग्रीन एनर्जी पर चल रहे हैं।
  • Airtel ने 15,000 से अधिक साइट्स को सोलर एनर्जी से लैस किया है।
  • कंपनी ने ISO 14001 Environment Management System को लागू किया है ताकि ऊर्जा का सही उपयोग हो और पर्यावरण पर कम से कम प्रभाव पड़े।

FY 2023-24 में Airtel की उपलब्धियां 

  • Airtel ने 2,23,930 MWh रिन्यूएबल एनर्जी का उपयोग किया, जो कि FY 2020-21 के मुकाबले 170% ज्यादा है।
  • कंपनी ने अपने खाली स्थानों का उपयोग करते हुए 5,659 MWh सोलर एनर्जी onsite जनरेट की।

Nxtra की भूमिका 

Airtel की डेटा सेंटर यूनिट, Nxtra, भी ग्रीन एनर्जी में बड़ा योगदान दे रही है। फरवरी 2024 में Nxtra ने घोषणा की थी कि वह तमिलनाडु, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में अपने डेटा सेंटर्स के लिए 140,208 MWh रिन्यूएबल एनर्जी हर साल खरीदेगा।

Nxtra ने AmpIn और Amplus Energy के साथ साझेदारी करके हर साल 1 लाख टन से अधिक CO₂ के बराबर एमिशन को कम करने का लक्ष्य रखा है। आज, Nxtra अपनी 41% एनर्जी जरूरतें रिन्यूएबल सोर्सेस से पूरी करता है।

Airtel की भविष्यवाणी

Airtel का यह कदम दर्शाता है कि कंपनी न केवल टेलीकॉम उद्योग में, बल्कि ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में भी एक मजबूत खिलाड़ी बनने की दिशा में बढ़ रही है। 2050 तक नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन की ओर बढ़ते हुए, Airtel अब ग्रीन पावर के क्षेत्र में अपने निवेश और प्रभाव को और बढ़ा सकती है। इसके अलावा, ये कदम कंपनी की दीर्घकालिक रणनीतियों का हिस्सा हैं, जो उसे एक सस्टेनेबल और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार कंपनी बनाने में मदद करेंगे।

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