Waaree Energies ने गुजरात में लांच की एशिया की सबसे बड़ी सोलर सेल फैक्ट्री, 5.4 GW की ताकत से भारत बनेगा सोलर पॉवरहाउस

Share This

गुजरात में सोलर इंडस्ट्री ने एक और बड़ी छलांग लगाई है! Waaree Energies Ltd ने 5.4 गीगावाट (GW) की सोलर सेल फैक्ट्री लॉन्च कर दी है, जो भारत की सबसे बड़ी सोलर सेल गीगाफैक्ट्री बन चुकी है। यह मेगा प्लांट गुजरात के चिखली में बनाया गया है और 150 एकड़ में फैला हुआ है।

Waaree Energies opens 5.4 GW solar plant in Gujarat

भारत को मिलेगा सोलर एनर्जी में नया मुकाम

शनिवार को इस प्लांट का उद्घाटन किया गया, जिसमें केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल समेत कई बड़े सरकारी अधिकारी शामिल हुए। इस मौके पर Waaree Energies के अधिकारियों ने कहा कि यह प्लांट भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है और देश को सौर ऊर्जा उत्पादन में ग्लोबल लीडर बनाने में मदद करेगा।

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस मौके पर कहा:

यह प्लांट आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने वाला है। भारत को दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छ ऊर्जा निर्माता बनाने का हमारा लक्ष्य है, और यह प्लांट उसी दिशा में एक मजबूत कदम है।

9500 से ज्यादा नौकरियां और 30,000 से ज्यादा रोजगार के अवसर

इस गीगाफैक्ट्री से न केवल देश को सस्ती और टिकाऊ बिजली मिलेगी, बल्कि 9,500 से ज्यादा डायरेक्ट नौकरियां और 30,000 से ज्यादा इनडायरेक्ट रोजगार भी पैदा होंगे। यानी, यह प्रोजेक्ट सिर्फ एनर्जी सेक्टर ही नहीं, बल्कि भारत की पूरी अर्थव्यवस्था को बूस्ट देने वाला है।

मुंबई बेस्ड Waaree Energies Ltd भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में से एक है। कंपनी के पास दुनियाभर में 15 GW की सोलर PV मॉड्यूल निर्माण क्षमता है, जिसमें 1.3 GW इंडोसोलर और 1.6 GW टेक्सास, USA में स्थित हैं।

भारत बनेगा सोलर सुपरपावर!

Waaree Energies के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हितेश दोशी ने कहा:

हमारा लक्ष्य भारत को एनर्जी इंडिपेंडेंट बनाना और टेक्नोलॉजी में नई क्रांति लाना है। यह प्लांट भारत के सोलर इंडस्ट्री के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।

स्वच्छ ऊर्जा का बढ़ता महत्व: भारत में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है और क्लीन एनर्जी ही भविष्य का समाधान है।
आयात पर निर्भरता होगी कम: इस प्लांट से भारत को चीन जैसे देशों से सोलर सेल इम्पोर्ट करने की जरूरत नहीं होगी।
मेक इन इंडिया को मिलेगा बूस्ट: इससे भारत में बनी सोलर सेल और मॉड्यूल्स की सप्लाई बढ़ेगी।

भविष्य में इस तरह की परियोजनाएं भारत को पूरी तरह से ग्रीन एनर्जी पर शिफ्ट करने में मदद करेंगी। आने वाले समय में घर-घर सोलर पैनल लगेंगे और बिजली के बड़े बिलों से राहत मिलेगी!

यह भी पढ़े – 👉 NTPC Green Energy ने किया बड़ा अधिग्रहण, लेकिन शेयर क्यों हुए डाउन? जानिए पूरी डिटेल्स!


Share This
Join WhatsApp Group Join Now
Join Telegram Group Join Now

Leave a Comment