अनिल अंबानी के इस पावर स्टॉक ने मचाया तहलका: 1275 करोड़ का कर्ज चुकाने के बाद भी शेयरों में 5% उछाल!

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अगर आप शेयर बाजार के शौकीन हैं तो यह खबर आपके लिए है! Reliance Power Limited के शेयर ने एक शानदार 5% का उछाल मारा है और यह सब हो रहा है एक बड़े कदम के बाद। Reliance Power के लिए यह एक ऐतिहासिक दिन था क्योंकि कंपनी ने $150 मिलियन (1275 करोड़) का कर्ज चुका दिया और इससे कंपनी की वित्तीय स्थिति में एक नया बदलाव आया। आइये, जानते हैं पूरी खबर और इसके असर को।

Reliance Power Shares Up 5% After Rs 1275 Cr Repayment

कर्ज चुकाने से शेयर में उछाल

Reliance Power Limited, जो की Ambani Group का हिस्सा है और पावर प्रोजेक्ट्स के विकास, निर्माण और संचालन में लगी हुई है, ने 31 दिसंबर 2024 को अपनी एक बड़ी कर्ज अदायगी की। इस अदायगी के साथ ही कंपनी का स्टॉक ₹42.56 से बढ़कर ₹44.68 पर पहुंच गया, जो एक 5% का उछाल था। इससे कंपनी की मार्केट कैपिटलाइज़ेशन ₹17,948 करोड़ तक पहुंच गई है। यह कर्ज़ Sasan Power Limited ने चुकाया है, जो Reliance Power की एक सहायक कंपनी है। Sasan Power, मध्यप्रदेश के Sasan में स्थित 3960 MW का Ultra Mega Power Plant (UMPP) चला रही है, जो दुनिया का सबसे बड़ा कोयला-आधारित पावर प्लांट है।

Sasan Power का बड़ा कदम

Sasan Power, जो कि Reliance Power का एक अहम हिस्सा है, ने अपने IIFCL, UK को US$150 मिलियन की एकमुश्त भुगतान किया। इस भुगतान से न सिर्फ कंपनी की debt coverage बेहतर हुई है बल्कि उसकी liquidity और credit rating भी सुधरी है। इसके साथ ही कंपनी का फोकस अब renewable energy सेक्टर पर बढ़ने वाला है। यह कदम कंपनी के भविष्य में विकास के नए दरवाजे खोल सकता है, खासकर उस समय जब renewable energy इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है।

सस्ते बिजली का बड़ा फायदा

Sasan Power का पावर प्लांट सिर्फ मध्यप्रदेश ही नहीं, बल्कि उत्तरप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, और नई दिल्ली सहित 7 राज्यों में बिजली सप्लाई करता है। और खास बात यह है कि यह भारत में सबसे सस्ती बिजली देता है, मात्र ₹1.54 प्रति यूनिट! इसका सीधा लाभ 40 करोड़ से ज्यादा लोगों को हो रहा है, जो इससे सस्ती और सुलभ बिजली पा रहे हैं।

Reliance Power का भविष्य

Reliance Power की वित्तीय स्थिति अब और मजबूत हो गई है क्योंकि कंपनी ने हाल ही में प्राथमिकता आधारित निर्गमन से ₹1,525 करोड़ जुटाए थे। यह पूंजी renewable energy प्रोजेक्ट्स में निवेश के लिए होगी। साथ ही, कंपनी को SECI (Solar Energy Corporation of India) से भी एक राहत मिली है। Reliance Power और Reliance NU BESS (New Energy Battery Energy Storage Systems) के खिलाफ जो तीन साल का प्रतिबंध था, उसे SECI ने हटा दिया है। अब कंपनी भविष्य के टेंडर्स में भाग ले सकती है, जो उसके विकास में और सहायक होगा।

नये अवसर और विकास के रास्ते

Reliance Power का सफर अब सिर्फ कोयला और गैस से आगे बढ़कर renewable energy की दिशा में है। यह बदलाव भारत की बढ़ती ऊर्जा मांग और पर्यावरणीय चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। जैसे-जैसे कंपनी coal, gas, hydro, wind और solar प्रोजेक्ट्स के माध्यम से 6,000 MW तक के पावर जनरेशन क्षमता को बढ़ाती जा रही है, भविष्य में इसके विकास की संभावनाएं और भी मजबूत होती जाएंगी।

नोट: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है। निवेश करने से पहले किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।

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