पहले पंखा चलेगा, फिर बिजली आएगी! अडानी ग्रीन एनर्जी की इस नई मुहिम से गांवों में आई रोशनी की उम्मीद

सोचिए अगर आपका बच्चा हर रात ये पूछे, “पापा, बिजली कब आएगी? पंखा कब चलेगा?” और आपके पास जवाब में सिर्फ उम्मीद हो। अदानी ग्रुप ने अपनी नई कैम्पेन “पहले पंखा आएगा, फिर बिजली आएगी” के जरिए ऐसी ही उम्मीद को साकार करने की कहानी बताई है।

Adani New Campaign on Wind Energy

इस कैंपेन का मकसद है, न सिर्फ अपने Renewable Energy के काम को दिखाना, बल्कि एक ऐसा संदेश देना, जो दिल छू जाए। गौतम अडानी ने सोशल मीडिया पर ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “हमारे काम में हमारे वादे छुपे हैं। ये वादे सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर के नहीं, बल्कि उम्मीद, तरक्की और एक उज्जवल कल के हैं। बदलाव की हवा चल पड़ी है। हम करके दिखाते हैं!”

एक छोटे गांव की बड़ी कहानी

इस इमोशनल वीडियो में एक छोटे से गांव का जिक्र है, जहां बिजली का नामोनिशान नहीं। इस गांव में तमतु नाम का एक बच्चा है, जो हर रात अपने पापा से पूछता है, “बिजली कब आएगी?” उसके पापा बड़े प्यार से जवाब देते हैं, “पहले पंखा आएगा, फिर बिजली।” तमतु इस उम्मीद को अपने दोस्तों के साथ शेयर करता है, लेकिन उसका मज़ाक उड़ाया जाता है।

गांव के लोग तमतु की बातों पर यकीन नहीं करते। लेकिन एक दिन, गांव में बदलाव की बयार चलती है। जब हवा से चलने वाले पवन चक्के (विंड टर्बाइन) लगते हैं, तो गांव में बिजली आती है। जिस गांव ने तमतु की उम्मीदों को ठुकरा दिया था, वही अब उसकी तारीफ करता है। गांव के लोग खुश हैं और उनका जीवन बदल गया है।

वीडियो का अंत एक दमदार मैसेज के साथ होता है:
“हम सिर्फ पर्यावरण से बिजली नहीं बनाते, बल्कि जिंदगी में रोशनी और खुशियां लाते हैं।”

साफ ऊर्जा की तरफ बड़ा कदम

अदानी ग्रुप का ये अभियान उनके बड़े Renewable Energy मिशन का हिस्सा है। उनका लक्ष्य है 2030 तक 50 GW साफ ऊर्जा क्षमता विकसित करना। इसमें गुजरात का खवड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क शामिल है, जो 538 वर्ग किलोमीटर में फैला है। ये क्षेत्र पेरिस के आकार से भी पांच गुना बड़ा है।

खवड़ा पार्क की पहली फेज में 250 MW पवन ऊर्जा शुरू हो चुकी है, और पूरा प्रोजेक्ट 30 GW का होगा। अदानी ने पहले भी कमुठी सोलर प्लांट जैसे प्रोजेक्ट्स से दुनिया को हैरान किया है, जो 648 MW के साथ दुनिया का सबसे बड़ा सिंगल-साइट सोलर प्रोजेक्ट था।

सामाजिक बदलाव के साथ तरक्की

इस अभियान के जरिए अदानी ग्रुप ने साफ कर दिया है कि उनका मकसद सिर्फ ऊर्जा पैदा करना नहीं, बल्कि उन गांवों और समुदायों की जिंदगी बदलना है, जो अब तक बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं।

अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने 2024-25 के पहले हाफ में 20% का EBITDA ग्रोथ और ₹4,518 करोड़ की कमाई दर्ज की। इसके अलावा, कैश प्रॉफिट 27% बढ़कर ₹2,640 करोड़ हो गया। यह आंकड़े दिखाते हैं कि पर्यावरण के साथ विकास संभव है।

यह भी पढ़े – 👉 Adani के 3kw सोलर सिस्टम पर डबल सब्सिडी लेने का मौका! पाएं ₹1,08,000 की सब्सिडी सीधे बैंक अकाउंट में

Join WhatsApp Group Join Now
Join Telegram Group Join Now

Leave a Comment