Net meter वाला सोलर सिस्टम लगाए आधे से भी कम दाम में, बिजली बिल हो जायेगा शून्य  

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क्या आप हर महीने भारी बिजली बिल से परेशान हैं? क्या आप सोच रहे हैं कि आखिरकार इस महंगाई के दौर में बिजली का खर्च कैसे कम करें? अगर हाँ, तो आज का आर्टिकल आपके लिए है। हम बात कर रहे हैं Net Meter वाले सोलर सिस्टम की, जिससे आपका बिजली बिल लगभग शून्य हो सकता है और आप आधे से भी कम दाम में इसे इंस्टॉल कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस सिस्टम की खास बातें और इसके फायदे।

Install solar system with net meter

Net Meter क्या है और यह कैसे काम करता है?

Net Meter एक ऐसा डिवाइस है जो आपके सोलर पैनल से उत्पन्न बिजली और आपके घर की खपत की जाने वाली बिजली के बीच का फर्क दिखाता है।

यदि आपने सोलर पैनल इंस्टॉल किया है और आपके पैनल्स से उत्पन्न बिजली आपकी आवश्यकता से ज्यादा है, तो Net Meter उस अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेजता है। इसके बदले आपको क्रेडिट मिलता है, जो आपके बिजली बिल से घटा दिया जाता है। आसान शब्दों में कहें तो Net Meter आपको बिजली बेचने और खरीदने का हिसाब रखता है!

Net Meter वाला सोलर सिस्टम क्यों है फायदेमंद?

  1. बिजली बिल में बड़ी बचत: Net Meter से जुड़े सोलर सिस्टम से आपका बिजली बिल लगभग शून्य हो सकता है। जरूरत से ज्यादा बिजली उत्पन्न होने पर, आप ग्रिड में बेचकर क्रेडिट ले सकते है और उन क्रेडिट्स को रात में यूज कर सकते है। 
  2. बैटरी की बचत: नेट मीटर वाले सोलर सिस्टम डायरेक्ट आपके बिजली ग्रिड से कनेक्ट होता है, इसलिए इस सोलर सिस्टम में बैटरी की आवश्यकता नहीं पड़ती है।  
  3. सरकार की सब्सिडी: केंद्र सरकार पीएम सूर्यघर योजना के तहत नेट मीटर वाले सोलर सिस्टम पर 60% सब्सिडी देती है, जिससे इंस्टॉलेशन का खर्च आधे से भी कम हो जाता है।
  4. अतिरिक्त आय का साधन: सोलर पैनल ज्यादा बिजली बना रहे हैं तो इसे ग्रिड में बेचकर आप पैसे भी कमा सकते हैं।
  5. लंबे समय की बचत: एक बार निवेश करने के बाद, सोलर सिस्टम 20-25 साल तक बिजली उत्पन्न करता है। इससे आप लंबे समय तक मुफ्त बिजली का आनंद ले सकते हैं।

कैसे करें Net Meter वाला सोलर सिस्टम इंस्टॉल?

नेट मीटर वाला सोलर सिस्टम आपके ग्रिड से कनेक्टेड होता है। इसमें आपको घर का बिजली कनेक्शन अनिवार्य है। इस सोलर सिस्टम को लगवाने के लिए आपको पीएम सूर्यघर योजना में आवेदन करना होगा। 

आवेदन के बाद आपकी एप्लिकेशन की जाँच होगी और आपको डिस्कॉम (बिजली वितरण कंपनी) से फीजिबिलिटी अप्रूवल मिलेगा। इस प्रक्रिया में आपके घर की छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए स्थान की जाँच होती है।

जब आपकी छत की उपयुक्तता की पुष्टि हो जाती है, तब आपको डिस्कॉम द्वारा मंजूरी मिलती है। इसके बाद, आप पैनल लगाने के लिए एक पंजीकृत वेंडर (जो डिस्कॉम से अधिकृत हो) को चुनना होता है, जिसकी लिस्ट पीएम सूर्यघर योजना के पोर्टल पर मिल जाएगी।

वेंडर आपके छत पर सोलर पैनल को इंस्टॉल करेगा। सोलर पैनल इंस्टॉलेशन के बाद, आपको नेट मीटरिंग के लिए आवेदन करना होता है।

Net Metering के साथ सोलर सिस्टम की लागत

सोलर पैनल सिस्टम की कीमतें घट चुकी हैं और सरकार भी सब्सिडी दे रही है। नीचे सोलर पैनल सेटअप की लागत और बिजली बिल में कटौती का विवरण दिया गया है:

सोलर सिस्टम की क्षमतालागत (बिना सब्सिडी)सरकारी सब्सिडीकुल लागत (सब्सिडी के बाद)बिजली बिल में कटौती
1 किलोवाट₹60,000₹30,000₹30,00080-90% तक
2 किलोवाट₹1,10,000₹50,000₹50,00090-100% तक
3 किलोवाट₹1,60,000₹78,000₹82,000100% तक

इस तरह अगर आप 3 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाते हैं, तो आपकी कुल लागत ₹82,000 ही आएगी और महीने का बिजली बिल पूरी तरह से शून्य हो सकता है।

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