अगर आपको लगता है कि भारत की ऊर्जा जरूरतें पारंपरिक स्रोतों से ही पूरी हो सकती हैं, तो यह खबर आपकी सोच बदल देगी। Blueleaf Energy और Jakson Green ने मिलकर एक ऐसा बड़ा कदम उठाया है, जो न सिर्फ भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि पर्यावरण को भी बचाएगा। दोनों कंपनियों ने मिलकर भारत में 5 GW से ज्यादा की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को विकसित करने का लक्ष्य रखा है। और इसकी शुरुआत राजस्थान में 1 GW के सोलर प्रोजेक्ट से हो रही है। यह प्रोजेक्ट न सिर्फ बड़ा है, बल्कि इसके पीछे का विजन भी कमाल का है।

राजस्थान में 1 GW सोलर प्रोजेक्ट
Blueleaf Energy, जो कि Macquarie Asset Management के मैनेज्ड फंड की एक पैन-एशियन रिन्यूएबल एनर्जी प्लेटफॉर्म है और Jakson Green, जो एक नई एनर्जी ट्रांजिशन प्लेटफॉर्म है, ने मिलकर राजस्थान में 1 GW के सोलर प्रोजेक्ट को डेवलप करने का फैसला किया है। इस प्रोजेक्ट में करीब 400 मिलियन डॉलर (लगभग 3400 करोड़) का निवेश होगा। यह प्रोजेक्ट न सिर्फ बड़ा है, बल्कि इसके पीछे का विजन भी कमाल का है। इस प्रोजेक्ट के तहत तीन सोलर प्रोजेक्ट शामिल हैं, जो 2026 तक कमीशन हो जाएंगे।
25 साल का पावर पर्चेज एग्रीमेंट
इस प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे Solar Energy Corporation of India (SECI), NHPC और Rajasthan Urja Vikas Nigam Ltd (RUVNL) के साथ 25 साल के पावर पर्चेज एग्रीमेंट (PPA) मिल चुके हैं। यानी, अगले 25 साल तक इस प्रोजेक्ट से बिजली खरीदने की गारंटी है। यह प्रोजेक्ट इंट्रास्टेट ट्रांसमिशन सिस्टम (InSTS) और इंटरस्टेट ट्रांसमिशन सिस्टम (ISTS) पर आधारित होगा, जिससे बिजली का वितरण आसानी से किया जा सकेगा।
पर्यावरण को मिलेगा बड़ा फायदा
इस प्रोजेक्ट का सबसे बड़ा फायदा पर्यावरण को होगा। अनुमान है कि यह प्रोजेक्ट हर साल 1,800 GWh हरित ऊर्जा पैदा करेगा, जो 1.5 मिलियन भारतीय घरों को बिजली देने के लिए काफी है। साथ ही, यह प्रोजेक्ट 25 साल में 22 मिलियन टन CO₂ उत्सर्जन को कम करेगा, जो कि 5 मिलियन कारों को सड़क से हटाने के बराबर है। यानी, यह प्रोजेक्ट न सिर्फ बिजली पैदा करेगा, बल्कि पर्यावरण को भी बचाएगा।
Jakson Green का बड़ा योगदान
Jakson Green, जो कि एक नई एनर्जी ट्रांजिशन प्लेटफॉर्म है, इस प्रोजेक्ट में अहम भूमिका निभा रहा है। कंपनी के MD और CEO बिकेश ओग्रा ने कहा, “राजस्थान सोलर प्रोजेक्ट का स्केल हमारे प्रतिबद्धता को दिखाता है। हम दुनिया के सबसे भरोसेमंद एनर्जी ट्रांजिशन पार्टनर बनने की ओर बढ़ रहे हैं।” Jakson Green ने हाल ही में First Abu Dhabi Bank (मुंबई) से 2.96 बिलियन रुपये और HSBC से 600 मिलियन रुपये का क्रेडिट फैसिलिटी हासिल किया है, जो उसके घरेलू और अंतरराष्ट्रीय EPC ऑपरेशन्स को सपोर्ट करेगा।
Blueleaf Energy का विजन
Blueleaf Energy के CEO रघुराम नटराजन ने कहा, “Blueleaf की डेवलपमेंट और कमर्शियल क्षमताएं, Jakson Green की प्रोजेक्ट एक्जीक्यूशन स्ट्रेंथ के साथ मिलकर एक मजबूत पार्टनरशिप बनाती हैं। हमारा लक्ष्य 2030 तक भारत की ग्रिड में 5 GW से ज्यादा की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता जोड़ना है, ताकि भारत के नेट जीरो के सफर को तेज किया जा सके।”
Blueleaf Energy का भारत में बढ़ता कदम
Blueleaf Energy के कंट्री हेड, प्रत्युष ठाकुर ने इस प्रोजेक्ट को कंपनी के लिए एक बड़ा मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि यह Blueleaf का भारत में छह महीने के अंदर दूसरा बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट है। इससे पहले, कंपनी ने महाराष्ट्र में 200 MW के Pachora Hybrid Power Project की शुरुआत की थी, जो सौर और पवन ऊर्जा को एक साथ इस्तेमाल करता है। यह प्रोजेक्ट इसी साल चालू होने वाला है।
भारत के लिए क्यों है यह महत्वपूर्ण?
भारत ने 2070 तक नेट-जीरो उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए, देश को अपनी ऊर्जा जरूरतों का एक बड़ा हिस्सा रिन्यूएबल स्रोतों से पूरा करना होगा। इस दिशा में, Blueleaf Energy और Jakson Green की यह साझेदारी एक बड़ा कदम है। यह सोलर इनिशिएटिव न केवल पर्यावरण को फायदा पहुंचाएगा, बल्कि कंस्ट्रक्शन और ऑपरेशन फेज़ में हजारों नई नौकरियों का भी सृजन करेगा। इससे लोकल टैलेंट को नए अवसर मिलेंगे और भारत की इकोनॉमी को भी मजबूती मिलेगी।
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