अगर आप सोच रहे हैं कि भारत की सोलर इंडस्ट्री किसके हाथों में है, तो Waaree Energies का नाम सुन लीजिए। यह कंपनी न सिर्फ भारत की सबसे बड़ी सोलर PV मॉड्यूल मैन्युफैक्चरर है, बल्कि हाल ही में इसने अपने Q3FY25 के रिजल्ट्स में ऐसा धमाका किया कि इसके शेयर्स में 15% की उछाल आ गई! जी हां, Waaree Energies का नेट प्रॉफिट पिछले साल के मुकाबले 260% बढ़कर 506.8 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। यही नहीं, इसकी मार्केट कैपिटलाइजेशन भी 70,294 करोड़ रुपये को छू गई है।

क्या है Waaree Energies का राज?
Waaree Energies ने सोलर PV मॉड्यूल्स की सेल से अपनी कुल रेवेन्यू का 89.9% हिस्सा कमाया है, जो पिछले साल के मुकाबले 122% ज्यादा है। इसके अलावा, EPC कॉन्ट्रैक्ट्स से 10.15% और पावर जनरेशन से 0.21% रेवेन्यू आया है। कंपनी का रेवेन्यू ऑपरेशन्स Q3FY25 में 3,457.28 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के मुकाबले 117% ज्यादा है। हालांकि, क्वार्टर-ऑन-क्वार्टर (QoQ) के हिसाब से इसमें 3% की गिरावट दर्ज की गई है।
लेकिन यहां असली चर्चा का विषय है कंपनी का नेट प्रॉफिट मार्जिन, जो 8.52% से बढ़कर 14.29% हो गया है। इसके साथ ही EPS (Earnings Per Share) भी 4.93 रुपये से बढ़कर 18.41 रुपये पर पहुंच गया है। यानी, अगर आप Waaree Energies के शेयरहोल्डर हैं, तो आपकी जेब में अच्छा-खासा पैसा आने वाला है!
BlackRock का भरोसा
दुनिया की सबसे बड़ी इन्वेस्टमेंट कंपनी BlackRock भी Waaree Energies पर भरोसा जता चुकी है। BlackRock Institutional Trust Company ने Waaree Energies के IPO के दौरान 31.75 करोड़ रुपये का निवेश किया था। यह कदम साफ दिखाता है कि वैश्विक निवेशक भी भारत की सोलर इंडस्ट्री में भारी संभावनाएं देख रहे हैं।
Waaree Energies का विस्तार
Waaree Energies ने सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपनी पकड़ मजबूत की है। कंपनी का 79% रेवेन्यू भारत से और 21% विदेशों से आता है। यह कंपनी 28 राज्यों में 387 फ्रेंचाइजी के साथ मौजूद है और इसका प्रोडक्ट पोर्टफोलियो भी काफी विस्तृत है। इसमें मल्टीक्रिस्टलाइन और मोनोक्रिस्टलाइन मॉड्यूल्स के साथ-साथ टॉपकॉन मॉड्यूल्स, फ्लेक्सिबल बाइफेशियल मॉड्यूल्स और बिल्डिंग-इंटीग्रेटेड फोटोवोल्टेइक (BIPV) मॉड्यूल्स शामिल हैं।
इसके अलावा, Waaree Energies ने लिथियम-आयन बैटरी, बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम, ऑन/ऑफ ग्रिड इन्वर्टर, वॉटर पंप्स और ग्रीन हाइड्रोजन सॉल्यूशन्स जैसे प्रोडक्ट्स भी लॉन्च किए हैं। कंपनी का ऑर्डर बुक 26.5 GW का है, जिसकी वैल्यू 50,000 करोड़ रुपये है।
निवेशकों के लिए क्या है संदेश?
Waaree Energies की यह ग्रोथ स्टोरी निवेशकों के लिए एक बड़ा संकेत है। कंपनी ने ग्रीन हाइड्रोजन और इलेक्ट्रोलाइज़र के लिए 551 करोड़ रुपये, बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम के लिए 2,073 करोड़ रुपये, रिन्यूएबल पावर इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 650 करोड़ रुपये और इन्वर्टर्स के लिए 130 करोड़ रुपये का निवेश किया है। यह साफ दिखाता है कि कंपनी भविष्य में और भी बड़े लक्ष्यों की ओर बढ़ रही है।
तो अगर आप भी सोलर इंडस्ट्री में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो Waaree Energies एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। कंपनी की मजबूत ग्रोथ, बड़े पैमाने पर निवेश और वैश्विक पहुंच इसे भारत की सोलर इंडस्ट्री का नेतृत्व करने के लिए तैयार कर रही है।
नोट: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है। निवेश करने से पहले किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
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